school love story | स्कूल लव स्टोरी | love
story | Part 3
इस कहानी का part
1 और पार्ट part2 पढ़े और तभी इस कहानी को पढ़े .
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school
love story | स्कूल लव स्टोरी | love story | Part
3 |
school love story
अभी तक जैसे हमने देखा की अमित के बोर्डिंग स्कूल को छुटिया लग गई थी और इसके वजह से अमित गांव जा रहा था. अमित को घर ले जाने के लिए उसके पिताजी आये थे. और अमित भी अपनी बैग पैक कर के घर जाने एकदम रेडी था. इस कहानी का part
1 और पार्ट part
2 पढ़े और तभी इस कहानी को पढ़े .
इसी तरह अमित और उसके पिताजी घर जाने वाले गाड़ी मे बैठ गए. वैसे तो अमित के मन मै खूबसारे लड्डू फुट रहे थे. आपने कभी महसूस किया होगा अगर आप अपने किसी खास व्यक्ति से मिलने जा रहे हो तब ऐसा लगता है जैसे गाड़ी मे चलती हवाए आपको छू कर एक नया एहसास दे रही हो . वैसे ही अमित के साथ वैसा हो रहा था और वो भी उसे महसूस कर रहा था.
वैसे तो उसके गांव जाने वाला रस्ता बहोत ही खराब था. ये समझ नहीं आता था रास्ते मे गड्ढे है या गढ़ो मे रास्ता है. लेकिन उस दिन अमित को उन गढ़ो की तकलीफ नहीं हो रही थी. वो उसका भी आंनद ले रहा था. आखिर कर वो गाड़ी गांव के नजदीक आने लगी और अमित की धड़कने भी और तेजी से बढ़ने लगी. उसकी निगाहेँ सिर्फ किसी अपने को देखने को तरस रही थी.
आखिर गाड़ी रुक गयी और अमित सिर्फ आस पास के नजरो को देखने लगा. गांव को अपने आँखो मे समेट ने लगा. तभी उसके पिताजी की आवाज आई और वो घर निकल ने लगा. अमित को उसके मा को देखने की भी बहोत इच्छा ती. उसके पैर जल्दी जल्दी घर के और निकले लगे.
अमित को देख के उसके मा को बेहद खुशी हुई. फिर अमित थोड़ी देर मा के पास बैठा और बाते को. फिर गांव के स्कूल की और निकल पड़ा, स्कूल कुछ ज्यादा दूर नहीं था. स्कूल के पास उसे स्कूल खाली खाली सब लग रहा था. तभी उसे याद आया की स्कूल को तो छुटिया लगी है,यानी की वो आरती को नहीं देख सकता था.
अमित को ये जान कर बोहोत दुःख हुआ. उसकी आँख भर आयी थी. लेकिन अमित स्कूल एक जगह बैठा वहा वो जब स्कूल मै था तब हमेशा बैठा करता था. और उसे सब उसकी पुरानी यादें याद आ रही थी. थोड़ी देर बैठ ने के बाद अमित घर चला गया. अबतक शाम हो गयी थी. अमित को आरती को मिलना तो दूर बस एक बार देखना था.
अगले दिन अमित नदी मे घूमने चला गया. उसके गांव मे वो बहोत बड़ी नदी थी. और नदी ऊपर एक बड़ा पुराने ज़माने का पत्थर और सीमेंट से बना पुल था. लेकिन उस पुल के ऊपर से गाड़िया नहीं जा सकती थी. शायद वो पुल पानी रोकने के लिए बनाया गया था. उसके ऊपर से जाने के लिए काफ़ी बड़ी जगा नहीं थी. लेकिन जा सकते थे. अमित उस पुल पे बैठ कर पाव निचे छोड़कर पुल पे सो जाता था.और कुछ भी सोचा करता था. बरसात के मौसम मे तो बस्स्स पुल से पानी की बहने की जोरसे आवाज आती थी. और उसको सुन के बहोत मज्जा आता था. कभी कभी तो डर भी लगता था.
अमित के माँ और पिताजी उसे वहा जाने नहीं देते थे. लेकिन अमित कभी चुपके से आया करता था. अमित के बहोत से दोस्त नदी मे तैर ने आया करते थे. अमित पिताजी उसके दोस्तों के साथ जाने के लिए हमेशा मना करते थे. अमित के सारे दोस्तों को तैरना आता था. बस अमित को तैरना नहीं आता था. कभी कभी अमित दोस्तों के साथ पिताजी को बिन बताये चला जाता था. लेकिन वो बस उसके दोस्तों को देखता रहता.
आखिर कर वो दिन आही गया जिसका अमित काफी दिनों से इंतजार कर रहा था . जिसको वो सोते जागते इन्तेजार करता रहता था .स्कूल के पास एक हैंडपंप था जहा पे गाव के लोग पिने का पानी लेने आते थे .एक दिन अमित भी शाम के वक़्त अपने छोटी बहेन के साथ पानी लेने गया था .
उसी दिन आरती भी वह पानी लेने आई थी .आरती को देख कर उसके ख़ुशी का ठिकना न रहा .उसे ऐसा लग रहा था की बस आरती को देखता रहे .पर आरती सामने आती ही उसे क्या होता की वो उसकी आँखों में आंखे नही मिला पाता था .एक अजीब सा डर था उसके उसके मन मे.लेकिन आरती ने भी उसे कुछ नही कहा वो अमित के छोटे बहेंन से बाते करने लगी .अमित को ऐसा लग रहा था की आरती उसे कुछ शब्द बोले ,आरती न सही लेकिन वही कुछ न कुछ बोल दे .लेकिन उसकी जरा सी भी हिम्मत नही हो रही थी .थोड़ी देर के बाद आरती वहा से चली गयी .लेकिन अमित के छोटी बहेन आरती के नाम से अमित को चिढाने लगी .
अमित के मन में उसे देख कर एक अजीब सी बैचेनी थी .एक प्रकार का सुकून भी मिला था .न जाने ये ऐसा कैसा प्यार था .बस उसे बिना बोले ,बिना कुछ कहे खुश रहेना था .उसे देख कर सुकून पा लेना था .उसे मुस्कराते देख खुश हो जाना था .खुदा जाने की ये आग दो तरफ लगी थी या सिर्फ अमित ही इस आग में जलता जा रहा था .लेकिन अमित के सब कुछ अच्छा लगने लगा था .
अमित को घर आने को कुछ तो सुकून मिल रहा था .और आरती को देखने की उसकी वो इच्छा भी पूरी हो गयी थी .बस अब एक ही बाकि था वो था आरती से बात करना .लेकिन कैसे करे ये कुछ समज नही आ रहा था .
इसी पागल पण में अमित एक ऐसा कम करता है जिसकी उसे बड़ी सजा भुगतनी पड़ती है .और जानने के लिए पढ़ते रहे अधूरी कहानी पार्ट ४
bhai ap please mer se contct kijye
ReplyDeletemaol - rsrohtrajkumar72@gmail.com
yes It will come soon thanks for your support
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