आपको आज हम ऐसे शख्सियत से मिलाने वाले जिनकी सफलता की कहानी शौर मचाती है . वैसे ही देखने जा रहे आज की एक नई स्टोरी. जिसके नाम से हर कोई वाकिफ है. आप शायद उसे हरवक्त इस्तेमाल करते होंगे. आपने वो नाम सुना ही होगा "Whatsapp".
जिसे हर कोई जानता है. अपने दिन की शुरुवात भी whatsapp के "good morning" के स्टेटस से होता और शाम का अंत भी good night से.
हमें अपने दोस का मूड भी whatsapp से पता चल जाता है. कोई नई खबर और अच्छी बाते भी हमें whatsapp पे मिल जाती है.
Whatsapp की कई अच्छी बाते है जो आपको पता ही होंगी. तो जानते है इसी whatsapp की सक्सेस स्टोरी.
हम वो सब कुछ कर सकते है जो हम सब सोच सकते है. हम वो सब सोच सकते है जो किसने कभी सोचा नहीं होगा. और ये दो पंक्तिया ब्रायन ऐक्टन और जान कोउम पर बिलकुल सटीक बैठती है.
आपने ये नाम कभी सुने होंगे या नहीं सुने तो आप इन नाम को पूरा लेख पढ़ने के बाद जानहि जाओगे.
जब भी कभी इतिहास पढ़ा जायेगा तो इन दोनों का नाम जरूर आएगा jan koum और brian Acton. आप सभी के पास एंड्राइड फ़ोन है. कोई एप्लीकेशन उसमे हो न हो whatsapp उसमे जरूर होता है. इसका इस्तेमाल हम दिनभर करते है लेकिन इसके इतिहास और सफलता के बारे मै नहीं जानते. जान कौम और ब्रायन ऐक्टन ये दो दोस्तों ने मिलकर whatsapp बनाने की शुरवात की थी.
दोनों दोस्त पाहिले yahoo कंपनी मे काम करते थे. और दोनों ने अपनी कंपनी प्लान करके yahoo जैसे बड़ी कंपनी को छोड़ दिया था. सुरवाती दिनों मै उन्हें सफलता ना मिलने से उन्हें ऐसा लगता था की फिर से उन्हें जॉब कर लेनी चाइये. आज लग भग कई दिन पहले यानी की 2009 मै वो कंपनी मै जॉब के लिए गए.
ब्रायन का सपना था की वो फेसबुक मे काम करें. लेकिन उन्हें फेसबुक ने रिजेक्ट कर दिया. ब्रायन ऐक्टन इस बात से काफ़ी दुखी हो गए. लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और ट्विटर पर जॉब के लिए अप्लाई कर दिया. यहां भी उन्हें निराशा मिली. और ट्विटर ने भी उन्हें रिजेक्ट कर दिया.
आज के समय अगर किसी को एक ही कंपनी से अगर रिजेक्ट कर दिया जाता है. तो वो अपनी खुद की काबिलियत और अपनी योग्यता पे शक करने लगता है और निराश हो कर घर बैठ जाता है. लेकिन ब्रायन ऐक्टन ने ऐसा कुछ नहीं किया.
वो उठे और एक नयी आशा के साथ नई शुरुआत की. उन्होंने अब यह सोच लिया था की अब वो किसी दूसरी कंपनी के लिए काम नहीं करेंगे. और अपना ही प्रोडक्ट बनाएंगे. उन्होंने खुद और जान कौम के साथ मिलकर रात दिन मेहनत की और अपने बुलंद हौसलों के ऊपर व्हाट्सप्प बना डाला.
वो व्हाट्सप्प जिससे आज सारी दुनिया जुडी हुई है. व्हाट्सप्प को 2009 मे बनया गया था. और अबतक इसकी ग्रोथ फेसबुक से कही ज्यादा है.
तब के टाइम मे भी चैट के कई ऑप्शन थे लेकिन व्हाट्सप्प की एक बात खास थी की वो मोबाइल नंबर से लॉगिन होता था. उनकी सफलता को देख उनके पुराने दो साथियो ने मिलकर उनके साथ कुछ इन्वेस्ट किया. व्हाट्सप्प ने तभी से कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. और आज लगभग करोडो की तादात मे लोग इसके साथ जुड़ चुके है.
जिस फेसबुक ने पाहिले ब्रायन को जॉब देने से रिजेक्ट किया था उसी फेसबुक ने उस whastapp मे लगभग 1.5 बिलियन डॉलर मे ख़रीदा.जो जो अब तक की सबसे बड़ी डील मानी जाती है.
दोस्तों आपकी सफलता आपकी सोच पर निर्भर करती है. आप अपनी एक असफलता से दुखी हो कर रोते रहतें है और अपनी जिंदगी को कोसते रहतें है.
इसके बजाय उसी असफलता की मिली ताकत को लेकर पुनः नई उम्मीद के साथ अपनी सफलता के लिए प्रयास कर जाते है. दोस्तों अपनी अंदर छिपी क्षमता ओ को पहचाने ये और एक नई ऊर्जा के साथ उठ खड़े होइए. आप जरूर सफल होंगे.
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